सार-आर्थिक समीक्षा
2019-20 एवं केन्द्रीय बजट
2020-21

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विषय-सूची

 पुस्तक के विषय में —Pgs.  iii

1. अर्थ संपदा सृजनः विश्वास भरे अदृश्य हाथों की भूमिका —Pgs. 1-6

2. जमीनी स्तर पर उद्यमिता एवं धन सृजन —Pgs. 7-13

3. व्यापार समर्थक बनाम पक्षवाद —Pgs. 14-17

4. बाजार की अनदेखी : जब अत्यधिक सरकारी हस्तक्षेप से लाभ की बजाय नुकसान होता है। —Pgs. 18-25

5. नेटवर्क उत्पादों के क्षेत्र में निर्यात-विशेषज्ञता द्वारा रोजगार-सृजन और विकास —Pgs. 26-31

6. भारत में व्यवसाय को सुगम बनाने का लक्ष्य —Pgs. 32-35

7. बैंक राष्ट्रीयकरण की स्वर्ण जयंती एक समीक्षा —Pgs. 36-42

8. एनबीएफसी सेक्टर में वित्तीय भंगुरता —Pgs. 43-46

9. निजीकरण और धन सृजन —Pgs. 47-51

10. क्या भारत की जीडीपी वृद्धि को बढ़ा-चढ़ाकर दर्शाया जाता है? नहीं। —Pgs. 52-58

11. थालीनॉमिक्सः भारत में भोजन की थाली का अर्थशात्र —Pgs. 59-62

12. अर्थव्यवस्था की स्थिति —Pgs. 63-70

13. राजकोषीय घटनाक्रम —Pgs. 71-73

14. वैदेशिक क्षेत्र —Pgs. 74-83

15. मौद्रिक प्रंधन और वित्तीय मधयस्थता —Pgs. 84-87

16. कीमतें और मुद्रास्फीति —Pgs. 88-90

17. संधारणीय विकास और जलवायु परिवर्तन —Pgs. 91-97

18. कृषि एवं खाद्य प्रंधन —Pgs. 98-101

19. उद्योग और अवसंरचना —Pgs. 102-107

20. सेवा क्षेत्र —Pgs. 108-110

21. सामाजिक अवसंरचना, रोजगार और मानव विकास —Pgs. 111-114

22. केन्द्रीय बजट-2020-21 —Pgs. 115-121

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